कोई चारा नहीं कोई चारा नहीं दुआ के सिवा Admin दर्द भरा शायरी, अन्य << कि मैं जिंदा हूं अभी किस... लगाया है जो दाग तून 7 हम... >> कोई चारा नहींकोई चारा नहीं दुआ के सिवाकोई सुनता नहीं खुदा के सिवामुझसे क्या हो सका वफ़ा के सिवामुझको मिलता भी क्या सज़ा के सिवाकोई...बरसरे-साहिले मुकाम यहांकौन उभरा है नाखुदा के सिवाकोई...दिल सभी कुछ ज़ुबान पर लायाइक फ़क़त अर्ज़े-मुद्दा के सिवाकोई... Share on: