मयख़ाने से बढ़कर कोई ज़मीन नहीं अन्य << कौन पूछता है पिंजरे में ब... मशहूर होने का शौंक किसे ह... >> मयख़ाने से बढ़कर कोई ज़मीन नहींजहाँ सिर्फ़ क़दम लड़खड़ाते हैं ज़मीर नहीं! Share on: