मैं जिस हाल में हूँ ए मेरे सनम रहने दे Admin शायर इकबाल की शायरी, अन्य << बच्चों को पैर पर खड़ा करना... बसों में बिकती हुई शय खरी... >> मैं जिस हाल में हूँ ए मेरे सनम रहने दे चाक़ू मत दे मेरे हाथों में बस कलम रहने देमैं तो शायर हूँ मेरा दिल है बहुत ही नाज़ुक मैं तो पटाखे से ही मर जाउँगा बम रहने दे Share on: