मियां मैं शेर हूँ शेरो की गुर्राहट नहीं जाती Admin गुरु शायरी इन हिंदी, अन्य << क्या बनाने आये थे और क्या... एक दुआ मांगते है हम अपने ... >> मियां मैं शेर हूँ शेरो की गुर्राहट नहीं जातीमैं लहजा नर्म भी कर लूँ तो झुंझलाहट नहीं जातीमैं अनजाने में एक बार सच बोल बैठा थातब से मैं कोशिश कर चुका हूँ पर मुंह की कड़वाहट नहीं जाती। Share on: