परखता रहा उम्र भर Admin दंगा शायरी, अन्य << मुलाक़ातें तो आज भी हो जा... बिछड़ने वाले तेरे लिए >> परखता रहा उम्र भर, ताकत दवाओं की,दंग रह गया देख कर, ताकत दुआओं की!! Share on: