रात का अँधेरा सुबह में बदल गया Admin नई सुबह शायरी, अन्य << निकले जब आँसु आपकी आँखों ... सबने चाहा की उसे हम ना मि... >> रात का अँधेरा सुबह में बदल गया,तेरा ख्वाब ख्यालो में बदल गया,अब तो याद करले..तुझ बिन एक पल मेरा सदियो में बदल गया. Share on: