रूठा तो मुझसे मेरा मुकद्दर है । कि जो तुम मुझसे ऐसी रूठी कि अब तक Admin रूठी शायरी, अन्य << शिकार तो वो होगा ही हम से भुलाया नही जाता एक ... >> रूठा तो मुझसे मेरा मुकद्दर है ।कि जो तुम मुझसे ऐसी रूठी कि अब तक बोलती नहीं हो Share on: