सही वक़्त पर पिए गए "कड़वे" घूंट Admin मेरी ज़िन्दगी शायरी, अन्य << टूट जाता है गरीबी मे वो र... तू होश में थी फिर भी हमें... >> सही वक़्त पर पिए गए "कड़वे" घूंट...अक़्सर ज़िन्दगी "मीठी" कर दिया करते है !! Share on: