तमाम लोगों को अपनी अपनी मंजिल मिल चुकी Admin मंजिल शायरी इन हिंदी, अन्य << वो शायद मतलब से मिलते है मैंने हर गम खुशी में ढाला... >> तमाम लोगों को अपनी अपनी मंजिल मिल चुकी, कमबख्त हमारा दिल है, कि अब भी सफर में है। Share on: