उन के होंठो को देखा तब एक बात उठी ज़हन में Admin नशीली शायरी, अन्य << आरजू नही रखता मैं किसी को... मंजीले मुश्किलथी पर हम खो... >> उन के होंठो को देखा तब एक बात उठी ज़हन में,वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे जो इनसे हो कर गुज़रते है।। Share on: