वो इत्रदान सा लहज़ा मेरे बुजुर्गों का अन्य << मुठ्ठियों में कैद है जो ख... एक अलग सी पहचान बनाने की ... >> वो इत्रदान सा लहज़ा मेरे बुजुर्गों कारची बसी हुई उर्दू ज़बान की ख़ुशबू! Share on: