“या रब Admin जख्मी दिल शायरी, अन्य << हम तो पागल है जो शायरी मे... देखो तो सही उनकी चाहत में... >> “या रब....तूने तो लाखों की तकदीर सँवारी है...""मुझे दिलासा तो दे...कि अब मेरी बारी है...लककी " Share on: