बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दो अरमां << उनकी आँखों में काश कोई इश... हर पल ने कहा एक पल से >> बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दोमंज़िल को पाने की ललक रहने दोआप भले रहो नज़रों से दूरपर मेरी बंद आँखों में आपकी एक झलक रहने दो। Share on: