छुप-छुप कर तन्हा रो लूंगा अरमां कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब ... >> छुप-छुप कर तन्हा रो लूंगाअब दिल का दर्द किसी से ना बोलूंगानींद तो आती नहीं रातों को मुझेजब रुकेगी धड़कन तो जी भर के सो लूंगा। Share on: