फिर तेरे इंतज़ार की इन्तिहाँ हो गई,फिर तेरे आगोश मैं छिपने का एहसास हुआ...फिर तेरे पास न होने का दर्द हुआ...तेरे एहसास और दर्द ने एक अजीब सी..खोमोशी का रूप ले लिया,इस खामोश दर्द मैं अक्सरतेरे एहसास का होना...फिर अचानक से तुम्हारा दूर जाना..जहा मैं हूँ तेरी खुश्बू है, तेरा एहसास है..और तुझे न पाने की कसक...!!