इश्क़ कर देता है बेक़रार Admin बेक़रार शायरी, इंतज़ार << इश्क़ किया तुझसे मेरे ऐतबा... हमने ये शाम चिरागों से सज... >> इश्क़ कर देता है बेक़रारभर देता है पत्थर के दिल में प्यारहर एक को नहीं मिलती ज़िंदगी की यह बहारक्योंकि इश्क़ का दूसरा नाम है इंतज़ार। Share on: