आ के ये हवा तेरी ज़ुल्फ़ जो उड़ा देती है कोई खुशबू सी मेरी धड़कनें बढ़ा Admin तेरे प्यार में शायरी, इश्क << कभी मिलेंगे अजनबी बनके शा... बेशक तू बदल ले अपनी मौहब्... >> आ के ये हवा तेरी ज़ुल्फ़ जो उड़ा देती हैकोई खुशबू सी मेरी धड़कनें बढ़ा देती हैकोई हसीं कातिल मुझे जीने नहीं देताउल्फ़त कभी ऐसी भी एक सज़ा देती है Share on: