अल्फाज़ अकसर अधूरे ही रह जाते हैं मोहब्बत में Admin अक्सर शायरी, इश्क << हाथ मिलाओ इस क़दर के दिल ... जो कहा मैंने कि प्यार आता... >> अल्फाज़ अकसर अधूरे ही रह जाते हैं मोहब्बत मेंहर शख़्स किसी ना किसी की चाहत दिल में दबाये रखता है! Share on: