एक राज़ जो आँखों से बयां हो Admin जिस्म पर शायरी, इश्क << ये सर्द हवाएं और तेरी गर्... आज फिर एक रात बिखरेगी >> एक राज़ जो आँखों से बयां हो,एक अंदाज़ जिसकी कोई न जुबां हो,हमे भी मिले कोई ख़ामोशी पढ़ने वाला,ऐ किस्मत कभी तो हम पर भी मेहरबान हो.. Share on: