इश्क़ की होलियां खेलनी छोड़ दी है हमने Admin इश्क << कौन सा रंग लगाऊं तेरे चेह... आ तेरी रूह को अपने प्यार ... >> इश्क़ की होलियां खेलनी छोड़ दी है हमने,वरना हर चेहरे पे रंग सिर्फ़ हमारा ही होता! Share on: