ज़माना बड़े शौक से सुन रहा था मेरी दास्ताँ हम ही रो पड़े दास्ताँ-ए-जुदाई पर Admin बडे शायरी फॉर बरोथेर, इश्क << तुम्हे देख कर ये निगाह झु... हसीन सा ख्वाब है मोहब्बत >> ज़माना बड़े शौक सेसुन रहा था मेरी दास्ताँहम ही रो पड़ेदास्ताँ-ए-जुदाई पर Share on: