जिनको भी गमे-इश्क में मौत मिल गईसमझो कि उसे मरने से फुरसत मिल गईना रोक तू हमें अब पीने से ऐ वाइजकुछ जाम से मेरे रूह को जन्नत मिल गईश्मशान मुझे काँधे पे ले जाने के लिएरिश्तों को भी किस्मत से मोहलत मिल गईदिल को कभी देखा नहीं मुझमें तो किसी नेपर मुझको हरेक शख्स से नफरत मिल गई