कई इन्किलाबात आये जहाँ में Admin बदले बदले शायरी, इश्क << तलाश कर मेरी कमी को अपने ... खामोश बैठें तो लोग कहते ह... >> कई इन्किलाबात आये जहाँ में, मगर आज तक दिन न बदले हमारे Share on: