काश के मिल जाए मुझे मुकद्दर की वो स्याही और कलम Admin वो लम्हे शायरी, इश्क << क़रीब आने की कोशिश तो मैं ... हम तेरी सांसो मे समाना चा... >> काश के मिल जाए मुझे मुकद्दर की वो स्याही और कलम,लम्हे-लम्हे की खूशी लिख दुँ तुम्हारी जिँदगी के लिये.....!! Share on: