खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं Admin ये खुदा शायरी, इश्क << पलकों से पानी गिरा है तो ... कौन कहता है मुर्दे जिया न... >> खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतींदिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतींचल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुज़ूरइश्क़ की राह में मनमर्जियाँ नहीं चलतीं! Share on: