क्यूँ सारी कायनात अजीब सी ख़ुशबु से भर गई शायद तेरी याद हदों से गुज़र गई Admin हद शायरी, इश्क << आ मिल गले की ये दुनिया की... मेरी आँखों में यूँ ही बैठ... >> क्यूँ सारी कायनात अजीब सी ख़ुशबु से भर गईशायद तेरी याद हदों से गुज़र गई Share on: