मेरी किसमत के हीरों का तुम इक ताज बन जाओ Admin हीरो शायरी इन हिंदी, इश्क << जब तक तुम्हें न देखूं! अकेलापन तो पहले भी था जिं... >> मेरी किसमत के हीरों का तुम इक ताज बन जाओ,कल की बात छोडो तुम मेरा आज बन जाओ,मै तो रोज करता हू मुहोब्बत डूब कर तुम से,मेरी इक बात मानो तुम मेरे हमराज़ बन जाओ.. Share on: