प्यासे मन में प्रेम-अगन जला गया कोई आँखों से मेरी दर्द का नीर बहा गया कोई तरसती Admin प्रेम शायरीयाँ, इश्क << चलो ये इश्क़ नहीं चाहने क... कुछ तो बात है उसकी गुश्ता... >> प्यासे मन में प्रेम-अगन जला गया कोईआँखों से मेरी दर्द का नीर बहा गया कोईतरसती रहती है आँखे मेरीउसका प्यार पाने कोबनकर मेघ मेरे जीवन मेंप्रेम-रस बरसा गया कोई Share on: