रूठी है मयुरी श्याम से शायद इसलिए घनघोर घटाऐं छायी हैं Admin श्याम की शायरी, इश्क << बेहद हसीन मुस्कराहट हुआ क... क्या लिखूं ग़ज़ल >> रूठी है मयुरी श्याम से शायदइसलिए घनघोर घटाऐं छायी हैं,पता नही ये हवाऐं चल रही हैया राधे की रूसवाई है। Share on: