शीशे के खिलौनों से खेला नहीं जाता रेतों के घरौंदों को तोड़ा नहीं जाता जलते हुए दिलों Admin खेल शायरी इन हिंदी, इश्क << तुम्हारे नाम को होंठों पर... सुनो >> शीशे के खिलौनों से खेला नहीं जातारेतों के घरौंदों को तोड़ा नहीं जाताजलते हुए दिलों की निशानी जो दे गयाकुछ !!! Share on: