तेरा ज़िक्र Admin खुदा की रहमत शायरी, इश्क << दोनों की पहली चाहत थी बस ये ना कहना की तुम मेरे... >> तेरा ज़िक्र..तेरी फिक्र ..तेरा एहसास...तेरा ख्याल..!!! तू खुदा नहीं ....फिर हर जगह मौज़ूद क्यूँ है...!! Share on: