तेरी यादों के दिल में कुछ यूँ पड़ते हैं भँवर पत्थर फेंके जैसे कोई ठहरे हुए तालाब में Admin यादो भरी शायरी, इश्क << क्या लिखूं ग़ज़ल ये कैसा सिलसिला है तेरे औ... >> तेरी यादों के दिल मेंकुछ यूँ पड़ते हैं भँवरपत्थर फेंके जैसे कोईठहरे हुए तालाब में Share on: