उसके अधरों का चुंबन लिखूँ या अपने होठों का कंपन लिखूँ मैं जुदाई का आलम लिखूँ Admin मदहोश शायरी इन हिंदी, इश्क << कुछ शब्द नए होठों पर तुम जो यूँ इतना करीब आ गए... >> उसके अधरों का चुंबन लिखूँ या अपने होठों का कंपन लिखूँ मैंजुदाई का आलम लिखूँ या मदहोशी में तन मन लिखूँ मैंबेताबी, बैचेनी, बेकरारी, बेरुखी, बेहोशी, ख़ामोशीकैसे चंद लफ़्ज़ों में इस दिल की सारी तडपन लिखूँ मैं.. Share on: