वादे पे वो ऐतबार नहीं करते Admin तबाह शायरी, इश्क << भरे बाजार में हर एक #लड़... बिना मतलब के दिलासे भी नह... >> वादे पे वो ऐतबार नहीं करते,हम जिक्र मौहब्बत सरे बाजार नहीं करते,डरता है दिल उनकी रुसवाई से,और वो सोचते हैं हम उनसे प्यार नहीं करते| Share on: