वो सुना ही रहे थे अपनी वफाओ के किस्से Admin वफा शायरी हिन्दी, इश्क << ये कैसा सिलसिला है तेरे औ... नादानियाँ झलकती हैं अभी भ... >> वो सुना ही रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,,,,हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए..!!! Share on: