सोचता हूँ ज़िंदा हूँ क्षमा << मगरूर रहने वालो हो गए हो नाराज़ ऐसा हमे लग... >> सोचता हूँ ज़िंदा हूँ, मांग लूँ सब से माफ़ीना जाने मरने के बाद कोई माफ़ करे या ना करे। Share on: