अगर आप अपनी मां Admin जीवन साथी पर शायरी, ज़िन्दगी << हंसो तो मुस्कराती है जिन्... "अमीरी इतनी कि I-phone है... >> अगर आप अपनी मां, अपने पिता, अपने शिक्षक, अपने पुजारी, या टीवी पर किसी अजनबी की सुनने के कारण एक उबाऊ और दुखी जीवन जीते हैं, तो आप इसी लायक हैं। Share on: