चरस मेरी ज़िन्दगी और सिगरेट मेरा कफ़न Admin मेरी ज़िन्दगी शायरी, ज़िन्दगी << इन्सान भी क्या चीज है जिंदगी गुजर गई सबको खुश क... >> चरस मेरी ज़िन्दगी और सिगरेट मेरा कफ़न,जिस मिट्टी से बनी चिलम उसी मिट्टी में दफ़न,सुट्टे उड़ा ले, ज़िन्दगी के मज़े उड़ा ले,मर गया तो कब्र के हवाले,फिर कौन बोलेगा उठ यार एक कश और लगाले... Share on: