रूठी जो जिदंगी तो मना लेंगे हम जिंदगी का सफर शायरी, ज़िन्दगी अब मौत से कह दो कि नाराज़ग... >> रूठी जो जिदंगी तो मना लेंगे हम, मिले जो गम वो भी सह लेंगे हम, बस आप रहना हमेशा साथ हमारे तो, निकलते हुए आंसुओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम। Share on: