काश उस जाते हुए वक़्त को रोक सकते Admin यादे शायरी हिन्दी, जुदाई << दूर… है आपसे बेताब से रहते हे तेरी याद... >> काश उस जाते हुए वक़्त को रोक सकते,आपके साथ गुजरा हर लम्हा जोड़ सकते,न जाने कितनी यादे जो आपने दी हमे,काश जिंदगी को हम पीछे मोड़ सकते. Share on: