सब लुटाकर मिला दर्द ये Admin दर्द जुदाई शायरी, जुदाई << अब कभी हम ना मिलेंगे जब वो पास थी तो जन्नत सी ... >> सब लुटाकर मिला दर्द ये,दर्द का मत दमन कीजिए,जो ये पतझर है जिन्दगी,प्राण ! उसको चमन कीजिए,किस तरफ पग बढ़ाकर चली,प्रेम-पथ पर गमन कीजिए. Share on: