तलब ऐसी की बसा लूँ साँसों में उसे Admin जुदाई << हम तुम्हे हर पल याद करते ... मैं अक्सर खामोश तब होता ह... >> तलब ऐसी की बसा लूँ साँसों में उसे..और किस्मत ऐसी की दीदार के भी मोहताज है हम. Share on: