ज़ालिम था वो और ज़ुल्म की आदत भी बहुत थी मजबूर थे हम उस से मुहब्बत Admin ज़ालिम शायरी, जुदाई << सुना है सब कुछ मिल जाता ह... टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी... >> ज़ालिम था वो और ज़ुल्म की आदत भी बहुत थीमजबूर थे हम उस से मुहब्बत ही बहुत थी ! Share on: