अब कोई हसरत Admin दर्द << इस जन्म में तू मेरी ना हु... ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नह... >> अब कोई हसरत, कोई अरमान, कोई ख्वाइश नहीं......इस तरह टूटा हैं दिल, जुड़ने की गुंजाईश नहीं..!! Share on: