बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना Admin सच झूठ शायरी, दर्द << हर शाम को ढलता सूरज याद द... दर्द की भी अपनी एक अदा है >> बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना.. तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता…! Share on: