दिल मे छुपाकर दर्द तेरा Admin खामोश शायरी इन हिंदी, दर्द << आज मेरी ज़िन्दगी यूँ रुक- ... उसने पुछा >> दिल मे छुपाकर दर्द तेरा..ये जुबां ख़ामोश सा क्युँ है,जो उठा देखुं तुझे पलके तो,न जाने आँखे नम क्युँ है,न बन सके तुम अपना कभी,....फीर भी...नजाने उन्हे खोने का गम क्युँ है... Share on: