दिल तो करता है जिंदगी को किसी क़ातिल के हवाले कर दूँ Admin दर्द << हसीं चेहरे पर कभी ऐतबार न... तन्हाँ जीवन अँधेरी हैं रा... >> दिल तो करता है जिंदगी को किसी क़ातिल के हवाले कर दूँजुदाई में यूँ रोज़ रोज़ मरना मुझे अच्छा नहीं लगता! Share on: