दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ दर्द << तुझ पे उठ्ठी हैं वो खोई ह... जिसकी आँखों में कटी थी सद... >> दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँबाज़ार से ग़ुज़रा हूँ ख़रीदार नहीं हूँ! Share on: