कभी मैंने कहा था कि मौत के साथ सपने नहीं मरते Admin सपने की शायरी, दर्द << छू लूँ तुझे या तुझमें ही ... तेरी मोहब्बत को तो पलकों ... >> कभी मैंने कहा था कि मौत के साथ सपने नहीं मरतेलेकिन ये कहना शायद भूल गया कि कुछ सपने जिंदा रहते हुए भी दफनाता हुआ आया हूँ मैं.. Share on: