कलम से दिल की आवाज लिखता हूं Admin अल्फाज पर शायरी, दर्द << बातों कें ज़ख्म बड़े गहरे... रहते हैं साथ-साथ मैं और म... >> कलम से दिल की आवाज लिखता हूं गम-ए-जुदाई के अंदाजे बयां लिखता हूं रूकते नहीं आंखो से आंसू जब भी उसके याद में अलफाज लिखता हूं !! Share on: